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12. अम्ल, क्षार एवं लवण
अम्ल वह पदार्थ है, जिसका जलीय विलयन स्वाद में खट्टा होता है।
क्षार वह पदार्थ है, जिसका जलीय विलयन स्वाद में कड़वा होता है।
अम्ल और क्षार के अभिक्रिया के फलवस्वरूप लवण और जल प्राप्त होता है।
नींबू का रस अम्लीय होता है जबकि साबुन का घोल क्षारीय होता है।
ऐसे पदार्थ जो किसी पदार्थ के अम्लीय या क्षारीय होने की जाँच करते हैं उन्हें सूचक कहते हैं। जैसे- हल्दी, लिटमस पत्र आदि।
पदार्थ | अम्ल का नाम |
सिरका | ऐसीटिक अम्ल |
चींटी का डंक | फॉर्मिक अम्ल |
संतरा और नींबू | साइट्रिक अम्ल |
दही | लैक्टिक अम्ल |
पालक, टमाटर | ऑक्सैलिक अम्ल |
आँवला | ऐस्कॉर्बिक अम्ल |
इमली, अंगूर, कच्चे आम | टार्टरिक अम्ल |
अम्ल नीले लिटमस पत्र को लाल कर देता है।
क्षार लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है।
हल्दी एक प्राकृतिक सूचक है। अम्लीय विलयन में हल्दी का रंग पीला रहता है तथा क्षारीय विलयन में यह लाल हो जाता है।
अम्ल और क्षार के अभिक्रिया के फलस्वरूप लवण और जल बनता है, इस प्रक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं।
उदासीनीकरण अभिक्रिया में नया पदार्थ बनता है, जो लवण कहलाता है।
क्षार + अम्ल → लवण + जल
पेट की अम्लीयता दूर करने के लिए क्षारीय प्रकृति के विलयन का उपयोग किया जाता है।
तालाब की अम्लीयता बढ़ जाने पर उसमें क्षारीय चुना जल का उपयोग किया जाता है।
अम्ल के कारण दाँतों का क्षय होता है, इसलिए टूथपेस्ट क्षारीय होता है। जो दाँतों पर पड़ने वाला अम्लीय प्रभाव को उदासीन बनाता है।
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